Thursday, November 19, 2020

भजन गायको की सूची

 भजन गायको की सूची 

Gurmeet Singh, Jaipur, mob 9950190100
Nivedita Mallick, Silchar, Assam, mob 9954515948
Shilpika Juneja, mob 9818025632







कथा वाचको की सूची

 कथा वाचको की सूची 

Ashok Krishna ji Maharaj , mob 9717462785 Dr. Ramesh Sharma, mob 9999085680 Pt. Sharad Kumar Gaur, Mob 9910672418 Subodh Shastri, Sandeep Pandey, Ayodhaya, mob 8840110282 Pawan ji Maharaj, Mathura, mob 8447084962

भजन लेखक

 भजन लेखको की सूची 

Mahesh Mahi, Delhi, Mob 7011106413 Ruby Garg, H-1, Model Town, Delhi - 110009, Mob 9717612115

कबीर वाणी

 कबीर वाणी 

हमारे जीवन जीने का उद्देश्य क्या हो ?
राम का नाम ना लेने वाले क्या अगले जन्म मे सूअर बनगे ?

अति लाभप्रद फलदायक शरद पूर्णिमा मंत्र:

 अति लाभप्रद फलदायक शरद पूर्णिमा मंत्र:


पद्म पुराण के अनुसार पिता का महत्व

 पद्म पुराण के अनुसार पिता का महत्व



श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 2

 श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 2 

नियतं कुरु कर्म त्‍वं कर्म ज्यायो हि अकर्मण:| शरीर यात्रापि च ते न प्रसिद्धयेत् अकर्मण: ||3.8||
श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 1  श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 2 

भगवान श्रीकृष्ण जी द्वारा बताये गए 20 आचरणों को जाने

 भगवान श्रीकृष्ण जी द्वारा बताये गए 20 आचरणों को जाने


अन्य फोटो

 सोच की वास्तविकता, Reality of thinks


विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाये

 विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाये


तुलसीदास जी की चौपईया

महा कलयुग के इस दौर मे अपनी परशानियो से मुक्ति पाने के लिये ईश्वर का स्मरण करे।

तुलसीदास जी कहते हैं,- बड़ी परेशानी के समय आपको ये सात गुण बचायेंगे 

कुछ बाते YouTube के बारे मे

 Definition of Youtube

Facts of earning money on Youtube
कलयुग काल का एक प्रारूप - YouTube


Saturday, August 22, 2020

shiv mantra mahamrityunjaya

महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का बहुत प्रिय मंत्र है। प्रत्येक सोमवार को 108 जाप करने से कुंडली मे स्थित कालसर्प योग समाप्त हो जाता है। आप इस फोटो को अपने मोबाइल मे डाउनलोड कर ले ।

Wednesday, August 12, 2020

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सनातन धर्म के प्रचार प्रसार हेतु हमारे ब्लॉग के सभी फोटो कॉपीराइट फ्री है, आप डाउनलोड कर के पुनः प्रयोग कर सकते है। 

----------------------------------------------------- तुलसीदास जी की चौपईया कबीर वाणी महाभारत के प्रसंग  एक चोर से धन कुबेर महाराज बनने की कहानी श्री कृष्ण स्तुति मनुष्य और पशु मे क्या अंतर है भगवान पर रखो भरोसा, बुरा वक्त आएगा ही नहीं। हनुमान जी लाए थे लंका से 84 कसौटी पत्थर स्तंभ
भगवान श्रीकृष्ण जी द्वारा बताये गए 20 आचरणों को जाने कुछ बाते YouTube के बारे मे विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाये पद्म पुराण के अनुसार पिता का महत्व अति लाभप्रद फलदायक शरद पूर्णिमा मंत्र: हिन्दू धर्म में मोर पंख का महत्व। भगवान विष्णु शालिग्राम कैसे बने करवा चौथ पूजन करते समय इस प्रतिमा को रखना चाहिए। राम नाम सुखदाई भजन करो भाई. ये जीवन दो दिन का तमसो मा ज्योतिर्गमय इस श्लोक का अर्थ क्या है। इस संसार में अभागा कौन है ? सूर्य मंत्र - सूर्य की पूजा करते समय इस मंत्र का जाप जरूर करे अमर बलिदानी वीर हकीकत राय - जिस पर हर हिन्दू गर्व करता है। गौ माता की महानता, जिसने श्री कृष्ण को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। शुभ धनतेरस 2020 , HAPPY DHANTERAS दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें आधुनिक करुणामयी मसीहा ज्ञान यानि विद्या का हमारे जीवन मे महत्त्व गोपाष्टमी पर गाय-बछड़ों की पूजा का क्या महत्व है सांवरे की मौज है। नीति श्लोक -- याज्ञवल्य स्मृतिः वृत्तं यत्नेन संरक्षेद् वित्तमेति च याति च। अक्षीणो वित्ततः क्षीणो वृत्ततस्तु हतो हतः॥ अच्छी संगति जीवन का आधार हैं भारत की भूमि पर बोधि वृक्ष क्यों नहीं पनप पाया एक सनकी तुर्क मुस्लिम लूटेरा बख्तियार खिलजी - जिसने विश्वप्रसिद्ध नालंदा विश्वविधालय को जला कर राख कर दिया। आप बेतुकी (निरर्थक) बाते कर के अपना भला कर सकते है, लेकिन आप सार्थक बाते कर के अपने साथ - साथ दूसरे का भी भला कर सकते है। चीनी कहावत दुनिया का सबसे बहादूर फौजी - राइफलमैन जसवंत सिंह रावत प्रार्थना -- इतनी शक्ति हमें देना दाता सरस्वती वंदना - वर दे, वीणावादिनि वर दे अन्य फोटो

Tuesday, August 11, 2020

श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 1

 श्रीमद भागवत गीता के श्लोक  

गीता सार
परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे॥4.8।।

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥2.47।।

नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः। न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः।।2.23।।
वांसासि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोSपराणि | तथा शरीराणि विहाय जीर्णा - न्यन्यानि संयाति नवानि देहि || २२ ||
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः।।18.66।।
श्रद्धावाँल्लभते ज्ञानं तत्परः संयतेन्द्रियः। ज्ञानं लब्ध्वा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति।।4.39।।
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत | अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् || 7||
हतो वा प्राप्स्यसि स्वर्गं जित्वा वा भोक्ष्यसे महीम्। तस्मादुत्तिष्ठ कौन्तेय युद्धाय कृतनिश्चयः।।2.37।।
ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते। सङ्गात् संजायते कामः कामात्क्रोधोऽभिजायते।।2.62।। 
क्रोधाद्भवति संमोहः संमोहात्स्मृतिविभ्रमः। स्मृतिभ्रंशाद् बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति।।2.63।।
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।3.21।।
श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 1  श्रीमद भागवत गीता के श्लोक पेज - 2 

Sunday, August 2, 2020